12th Class Economics Important Question
लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर किन्ही 10 प्रश्नों के उत्तर दें।
अति महत्वपूर्ण मॉडल सेट – 4
Q.1. नकद साख एवं अधिविकर्ष में क्या अंतर है?
Ans. नकद साख- इस ऋण के अन्तर्गत बैंक उधार लेने वाले व्यक्ति के नाम खाता खोला जाता है और उस खाते में मुद्रा की एक निश्चित मात्रा जमा कर देता है। व्यक्ति आवश्यकता के अनुसार इसमें से मुद्रा निकाल सकता है।
अधिविकर्ष- जो ग्राहक बैंक में चालू खाता रखते हैं आवश्यकता पड़ने पर जमा राशि से में अधिक राशि निकालने की अनुमति बैंक से प्राप्त कर लेते हैं।
Q.2. राजकोषीय नीति क्या है?
Ans. अर्थनीति के सन्दर्भ में सरकार के राजस्व संग्रह (करारोपण) तथा व्यय के समुचित नियमन द्वारा अर्थव्यवस्था को वांछित दिशा देना राजकोषीय नीति कहलाता है। इस नीति के दो मुख्य औजार हैं-
(i) कर स्तर एवं ढ़ाँचे में परिवर्तन तथा
(ii) विभिन्न मदों में सरकार द्वारा व्यय में परिवर्तन।
Q.3. भुगतान सन्तुलन से आप क्या समझते हैं?
Ans. भुगतान सन्तुलन के अन्तर्गत विदेशी व्यापार के डेविट एवं क्रेडिट सम्मिलित किये जाते हैं। ये डेविट एवं क्रेडिट अनुकूल या प्रतिकूल दोनों हो सकते हैं। प्रतिकूल भुगतान सन्तुलन का तात्पर्य है कि देश की आर्थिक स्थिति सोचनीय है। अनुकूल व्यापार सन्तुलन देश की उन्नति का परिचायक है। इस तरह भुगतान सन्तुलन किसी देश की वास्तविक आर्थिक स्थिति का परिचायक है।
Q.4. विनिमय दर के निर्धारण की दो विधियों को बताइए।
Ans. विनिमय दर किसी देश की मुद्रा का वह मूल्य है जो दूसरे देश की मुद्रा के रूप में व्यक्त किया जाता है। इसके निर्धारण की दो विधियाँ हैं-
(क) टकसाली समता सिद्धान्त-जब दो देशों में स्वर्णमान का प्रचलन रहता है तब इस विधि द्वारा विनिमय दर निश्चित की जाती है।
(ख) क्रैशक्ति समता सिद्धान्त-जब दो देशों में अपरिवर्तनीय पत्रमुद्रा का प्रचलन रहता है तब इस विधि द्वारा विनिमय दर का निर्धारण होता है।
Q.5. राष्ट्रीय आय और निजी आय में दो अन्तर बताइए।
Ans. (i) राष्ट्रीय आय में सार्वजनिक क्षेत्र व निजी क्षेत्र दोनों की आय शामिल होती है। जबकि निजी आय में मात्र निजी क्षेत्र की आय शामिल होती है।
(ii) राष्ट्रीय आय में राष्ट्रीय ऋण पर दिये गये ब्याज को शामिल नहीं किया जाता जबकि निजी आय में राष्ट्रीय ऋण पर दिया गया ब्याज शामिल होता है।
Q.6. कुल उपयोगिता का सूत्र लिखें।
Ans. TU = U+ (MU2 + MU3…..).
यहाँ, TU = कुल उपयोगिता,
U = उपयोगिता,
MU = सीमांत उपयोगिता
Q.7. उदासीनता वक्र की दो विशेषताएँ लिखें।
Ans. उदासीनता वक्र की पहली विशेषता है कि इससे हम उपभोक्ता के संतुलन अध्ययन कर सकते हैं, अर्थात् हम यह जान सकते हैं कि किस बिन्दु पर उपभोक्ता को अपने व्यय से अधिकतम संतुष्टि प्राप्त हो सकती है। दूसरे इनके द्वारा हम माँग की लोच की धारणा की व्याख्या भी सुगमतापूर्वक कर सकते हैं।
Q.8. माँग कब लोचदार बनती है?
Ans. बाजार में किसी वस्तु की माँग लोचदार तब होती है जब एक निश्चित मात्रा में माँग की मात्रा में वृद्धि होती है। दूसरे जब मूल्य में बढ़ोत्तरी होती है तब माँग की मात्रा में हास होता है इन्हीं स्थितियों में माँग लोचदार होती है।
Q.9. बाजार कीमत एवं सामान्य कीमत की तुलना कीजिए ।
Ans. (i) बाजार कीमत का संबंध अल्पकाल से है जबकि सामान्य कीमत का संबंध दीर्घ काल से है।
(ii) बाजार कीमत निर्धारण में माँग की भूमिका अधिक होती है जबकि सामान्य कीमत निर्धारण में पूर्ति पक्ष की भूमिका ज्यादा होती है।
Q.10. साख निर्माण से क्या आशय है?
Ans. किसी दूसरे व्यक्ति, फर्म, बैंक अथवा संगठन आदि को ऋण या वित्त उपलब्ध कराना साख कहलाता है। व्यावसायिक बैंक साख का निर्माण करते हैं तथा रिजर्व बैंक साखा का नियंत्रण करती है।
All Study Material of Class 12th Economics (अर्थशाश्त्र )
Here, In this post, We are going to cover All the chapters of class 12 Economics. Here we will discuss all the questions of Economics whether it is objective paper subjective one by one in hindi.
S.N | Economics New Batch 2022 |
A | व्यष्टि अर्थशाश्त्र |
1 | Chapter 1 |
2 | Chapter 2 |
3 | Chapter 3 |
4 | Chapter 4 |
5 | Chapter 5 |
B | समष्टि अर्थशाश्त्र |
1 | Chapter 1 |
2 | Chapter 2 |
3 | Chapter 3 |
4 | Chapter 4 |
5 | Chapter 5 |
Bihar Board Class 12th Economics
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