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Chapter 6
भक्ति और सूफी परंपरा |
Q. महिला संत कौन कौन थी ?
Ans:- मीरा अंडाल और कराईकल
Q. बीजक नामक पुस्तक किसके द्वारा लिखा गया
Ans:- कबीर दास
Q. पाहन पूजे तो हरि मिले तो मैं पूजू पहाड़ किसका कथन है
Ans:- कबीर दास
Q. खाजा मोहिद्दीन चिश्ती का दरगाह कहां पर है ?
Ans:- अजमेर
Q. शगुन परंपरा किसे कहा जाता है समझाएं
Ans:- वे लोग जो मूर्ति की पूजा क्या करते थे उसे ही अपना भगवान मानते थे । उसे ही शगुन परंपरा कहा जाता है। यह लोग मूर्ति बनाकर उनका पूजा करते हैं।
Q. निर्गुण वाद क्या है ?
Ans:- ऐसे लोग जो मूर्ति पूजा का बहिष्कार किया और कहा कि ईश्वर का कोई आकार नहीं होता है। वह निराकार होते हैं । ऐसे लोगों को निर्गुण कहा जाता है।
Q. कबीर दास की जीवनी लिखें
Ans:- कबीरदास का जन्म 1425 ईस्वी को एक विधवा ब्राह्मणी के गर्भ से हुआ था कहा जाता है कि लोग लज्जा के डर से कबीर को वाराणसी के तालाब के किनारे फेंक दिया था इनका लालन पालन दूल्हा जाति के नीरू और नीमा ने की थी इनका नाम उन्होंने कबीर रखा कबीर का अर्थ होता है महान कबीर दास ने हिंदू मुस्लिम की एकता को लेकर कई दोहे का निर्माण किया इन्होंने हिंदी मुस्लिम की एकता पर बल दिया कबीर निर्गुण वादी थेया निराकार ईश्वर की पूजा किया करते थे कबीर द्वारा लिखा गया पुस्तक बीजक हैजिसमें की जीवनी और दोहे का वर्णन है कबीर दास ने बहुत से दोहे लिखे कुछ प्रमुख दोहे उनका इस प्रकार है👇
पाहन पूजे तो हरि मिले तो मैं पूजू पहाड़
शादी तो चाकी भली पीस खाए संसार
साईं इतना दीजिए जामे कुटुम समाय
मैं भी भूखा ना रहूं साधु भी भूखा ना जाए
→ कबीर दास की मृत्यु 120 वर्ष की अवस्था में मगहर नामक स्थान पर हो गई कबीरदास अपने जीवन काल में हमेशा हिंदू मुस्लिम की एकता पर बल देते रहे इस प्रकार कभी मर कर भी हम लोग के बीच हैं।
Q. नानक की जीवनी लिखें।
Ans:- गुरु नानक का जन्म 1469 इसी को पंजाब के गुजरांवाला नामक स्थान पर हुआ था यह सिख धर्म के संस्थापक थे सिख धर्म के पहले थे कबीर की भांति उन्होंने भी ऊंच-नीच आदि का विरोध किया इन्होंने हिंदू मुस्लिम की एकता पर बल दिया इन्होंने गुरु का लंगर नामक व्यवस्था की स्थापना की जिससे लोगों को निशुल्क भोजन दिया जाता था इनकी जीवनी का वर्णन गुरु ग्रंथ साहब में मिलता है इनकी मृत्यु 1538 ईस्वी को हो गई।
Q. चैतन्य महाप्रभु की जीवनी लिखें ?
Ans:- इनका जन्म 1486 स्वीको बंगाल में हुआ था इन्होंने 20 वर्ष तक सन्यासी बनकर बिताया कबीर और नानक की भांति इन्होंने भी हिंदू मुस्लिम एकता पर बल दिया इन्होंने राधा और कृष्ण के प्रेम की कहानी लिखी जिसे लोग आज भी याद रखते हैं इनका मानना था कि मानव को राधा की भांति भगवान से प्रेम करना चाहिए इनकी मृत्यु 1533 बंगाल में ही हो गई।
Q. भक्ति आंदोलन कौन-कौन सी विशेषताएं थी?
Ans:- भक्ति आंदोलन की विशेषताएं निम्नलिखित विशेषताएं थी जो इस प्रकार है।
- a) भक्ति आंदोलन ने जाति के भेदभाव को खत्म किया।
- b) भक्ति आंदोलन ने समाज की कुरीतियों को दूर किया
- c) भक्ति आंदोलन ने छुआछूत को खत्म किया
- d) भक्ति आंदोलन ने मनुष्य के चरित्र के सुंदरता पर बल दिया
Q. सिलसिला क्या है?
Ans:- सिलसिला उर्दू भाषा का शब्द है जिसका अर्थ होता है जंजीर यह पीर और मुरीदके बीचजंजीर का कार्य करता हैइसका शुरुआत मोहम्मद साहब के समय से ही हो गया था।
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Q. दरगाह किसे कहते हैं ?
Ans:- जहां अल्लाह के नेक बंदेपीरके मृत्यु के बाद जहां को दफनाया जाता है उसी स्थान को दरगाह कहा जाता है जहां उनके मानने वाले भक्ति करने आते हैं
Q. सूफीवाद से आप क्या समझते हैं?
Ans:- सूफी शब्द मुस्लिम के लिए प्रयोग किया जाता था इस शब्द की उत्पत्ति अरबी भाषा के सफा शब्द से हुई है जिसका अर्थ होता है पवित्रजो लोग सुखी होते हैं ईश्वर के इतने बड़े भक्त होते हैं कि उनसे कभी गलती हुई ही ना हो और अल्लाह की इबादत में लीन रहते हैं इस प्रकार के लोगों को सूफी कहा जाता है ऐसी भावना रखने वाले लोगों को सूफीवाद कहा जाता है।
Q. कबीरदास के कौन-कौन से सिद्धांत है ?
Ans:- कबीरदास के निम्नलिखित सिद्धांत हैं :
- ईश्वर की एकता पर बल देना
- निराकार ईश्वर की पूजा करना
- मूर्ति पूजा का विरोध करना
- जाती पाती पर भेदभाव ना करना
Q. भक्ति आंदोलन का समाज पर क्या प्रभाव पड़ा ?
Ans:- भक्ति आंदोलन का समाज पर निम्नलिखित प्रभाव पड़ा :
i) भक्ति आंदोलन से हिंदू मुस्लिम की एकता को बढ़ावा मिला
ii) भक्ति आंदोलन से समाज में स्त्रियों का सम्मान बढ़ा
iii) भक्ति आंदोलन से जाति प्रथा के कठोरता में कमी आई
iv) भक्ति आंदोलन से हिंदू धर्म में कई परिवर्तन हो गए जिससे सामाजिक जीवन पर अच्छा प्रभाव पड़ा ।
Q. चिश्ती संप्रदाय के किन्हीं तीन प्रमुख संतों के नाम लिखें
Ans :- चिश्ती संप्रदाय के तीन प्रमुख संतों के नाम निम्नलिखित हैं।
- → ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती
- → कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी
- → फरीदुद्दीन गंज ए शंकर
Long Question Answer |
Q. सूफियों के मुख संप्रदाय कौन-कौन से थे?
Ans:- सूफियों के मुख्य संप्रदाय निम्नलिखित थे:
a) चिश्ती सिलसिला – इस संप्रदाय के प्रमुख संत शेख सलीम चिश्ती थे इनका दरगाह फतेहपुर सिकरी में है इनके आशीर्वाद से ही मोहम्मद जलालुद्दीन अकबर को जहांगीर जैसे पुत्र की प्राप्ति हुई थी।
b) कादरी – संप्रदाय इस संप्रदाय के संस्थापक मोहम्मद गौस थे राजकुमार द्वारा सिको जो शाहजहां के पुत्र थे। वह इसी सिलसिले से जुड़े थे।
c) नसबंदी संप्रदाय – इस संप्रदाय के संस्थापक ख्वाजावकी थे काबुल के रहने वाले थे इसी संप्रदाय से मुगल वंश के सबसे शक्तिशाली राजा औरंगजेब जुड़ा था।
इस प्रकार उचित वर्णन से स्पष्ट हो जाता है कि सूफी के मुख से संप्रदाय कौन-कौन से थे
Q. चिश्ती संप्रदाय के तीन प्रमुख संतों का संक्षिप्त परिचय दे?
Ans:- चिश्ती संप्रदाय के तीन प्रमुख संतों के परिचय निम्नलिखित है।
ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती – 1113 को ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती का जन्म हुआ । यह मध्य एशिया के निवासी हैं यहइल्तुतमिश के समय में भारत आए इन्होंने हिंदुस्तान को काफिरों का देश कहा इन्हें सुल्तान उल हिंद कहा जाता है जिसका अर्थ होता है हिंद का बादशाह ।
कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी- यह मोइनुद्दीन चिश्ती के प्रमुख शिष्य थे यह इल्तुतमिश के समय में भारत आए थे इनका जन्म 1173 ईस्वी को फड़कना नामक स्थान पर हुआ था इनका नाम बख्तियार शेख निजामुद्दीन चिश्ती रखाइनकी मृत्यु 1233 को दिल्ली में हो गई।
फरीदुद्दीन गंज ए शकर – इनका जन्म मुल्तान में हुआ था जो अभी पाकिस्तान में है यह बाबा फरीद के नाम से प्रसिद्ध थे इन की तीन पत्नियां थी प्रथम पत्नी गुलाम वंश के शासक बलवान की पुत्री थी जिसका नाम हुजेरा था।
Q. सूफियों के मुख्य संप्रदाय कौन-कौन से थे?
Ans:- सूफियों के कई संप्रदाय थे, जिनमे चिश्ती संप्रदाय, सुहरावर्दी संप्रदाय, कादिरी संप्रदाय और नक्शबंदी संप्रदाय प्रमुख थे ।
a) चिश्ती संप्रदाय (सिलसिला) : इस संप्रदाय के सबसे प्रमुख संत शेख सलीम चिश्ती थे । इनका फतेहपुर सिकरी में है। इनके आशीर्वाद से ही सम्राट अकबर के पुत्र सलीम जहाँगीर का जन्म हुआ था! सुहरावर्दी संप्रदाय इस संप्रदाय के सबसे प्रमुख संत शेख बहाउद्दीन जानकारिय थे।
b) कादिरी संप्रदाय – भारत में कादिरी संप्रदाय के प्रवर्तक मुहम्मद गौस थे । राजकुमार दारा शिकोह इसी सिलसिले से जुड़े हुए थे ।
c) नक्शबंदी संप्रदाय- ख्वाजा वकी बिल्लाह जो काबुल के रहने वाले ये भारत में इसके प्रवर्तक औरंगजेब इसी संप्रदाय से जुड़े हुए थे ।
Q. मीराबाई पर संक्षिप्त टिप्पणी लिखें ।
Ans :- भक्ति आंदोलन के संतों में महिला संत मीराबाई का महत्वपूर्ण स्थान है । राजस्थानके राजघराने की यह पुत्री कृष्ण की उपासक थी! कृष्ण की भक्ति में वह इतनी रच-बस गइ यी थी कि वह कृष्ण को ही अपना पति मानती थी ! मीराबाई को बचपन से ही कृष्ण के प्रतीकात्मक प्रेम था! अपने पति की मृत्यु के बाद वह मेवाइछोड़कर दुवारिका चली गई! दुवारिका में वे पूर्णतः कृष्ण भक्ति में लीन रही। उन्होंने कृष्ण भक्ति के कई पदों सृजन किया ! उनका यह भजन तो आज भी प्रत्येक भारतवासी की जबान पर है |
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